आस्था का संगम है माँ ब्रहमाणी पल्लूवाली का दरबार
राजस्थान राज्य के हनुमानगढ़ जिले के रावतसर तहसील का पल्लू कस्बा माँ ब्राह्मणी माता के मन्दिर के लिये समस्त भारत देश में प्रसिद्ध है। वर्ष में दो बार यहाँ नवरात्रा में विशाल मेला भरता है। भगतों को आस्था खींच लाती माँ
ब्राह्मणी पल्लू वाली के दरबार में।
जैसे ही नवरात्रा शुरु होते है पल्लू में गूंजते है माँ ब्राह्मणी पल्लू वाली के जयकारे।
प्रथम नवरात्रा के आते ही भगतों संख्या में इजाफा होता है। माँ ब्राह्मणी का मन्दिर मेगा हाइवे पर होने के कारण सालासर जाने वाले पैदल भगत जन भी पल्लू में माता रानी के दरबार में धोक लगाकर जाते है। अरजनसर से पल्लू आने वाले और हनुमानगढ़ से पल्लू और सालासर वाले मेगा हाइवे पर एक तरफ जय बाबे की तो दूसरी तरफ जय माता दी के नारों से गूँजता है। भगतों को ऐसा नजारा पल्लू में ही मिलता है। इसीलिये तो आस्था का संगम है माँ का दरबार। मां और बाबे के जयकारे लगाते भक्त माहौल को भक्तिमय बना देते है। माँ ब्राह्मणी पल्लू वाली का मुख्य मेला सप्तमी और अष्टमी को भरता है। मेले में आस्था का सैलाब उमड़ता है। चारों और माता के जयकारों की गूंज सुनाई पड़ती है। देशभर से माँ ब्राह्मणी पल्लू वाली के भक्त यहाँ माँ के दर्शन को आते है।सप्तमी और अष्टमी को धोक लगाने वाले भगतों की संख्या एक अनुमान के अनुसार एक लाख से दो तीन लाख के बीच होती है.
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नोट : ये फोटो राजस्थान पत्रिका पल्लु की वेबसाइट से लिया गया है।
संकलनकर्ता : बुधगिर गोस्वामी देवासर (पल्लूू ) हनुमानगढ
budhgirgosvami.blogspot.com
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